Violent protest in Banaras as well, police looted sticks

बनारस में भी हिंसक प्रदर्शन, पुलिस ने भाजी लाठियां


घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। प्रदर्शन कि वीडियोग्राफी कराई गई है। चिन्हित कर सबके विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया जाएगा। - डीएम


बहकावे में आये बच्चे, जानें कितने हुए घायल...



वाराणसी/भदैनी मिरर। एनआरसी और सीएए को लेकर चल रहे पूरे देश मे हिंसक प्रदर्शन के बीच वाराणसी भी शुक्रवार को अशांत हो गया।बिजनौर, गोरखपुर के बाद बनारस भी प्रदर्शनकारियों के निशाने पर रहा। पुलिस की अपीलों का कोई असर नहीं दिखा। छोटे-छोटे जुलूसों के रूप में विभिन्न इलाकों में विरोध प्रदर्शन तो हुआ लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के आगे प्रदर्शनकारियों कि एक न चली। पीएम का संसदीय क्षेत्र होने के कारण कमिश्नर दीपक अग्रवाल और एडीजी जोन वाराणसी बृज भूषण पैनी नजर रखे हुए थे। अतिसंवेदनशील इलाकों में शुमार बजरडीहा में सुबह से ही अफवाहों का बाजार गर्म था। खुफिया विभाग की आशंका के बाद सुबह से ही आईजी रेंज विजय सिंह मीणा मोर्चा संभाले हुए थे। बावजूद इसके प्रदर्शनकारी जुमे की नमाज अदा करने के बाद जुलूस लेकर अम्मा चौक से सुदामापुर की तरफ आगे बढ़े। सुरक्षा के दृष्टि से पुलिस ने उन्हें बीच मे ही रोक लिया। जिसके बाद जिला प्रशासन, डीएम कौशल राज शर्मा और एसएसपी प्रभाकर चौधरी उन्हें समझाने की कोशिश कर ही रहे थे कि अचानक भीड़ हिंसक हो गई।



हिंसक भीड़ ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया। उपद्रवियों के पथराव में चौकी इंचार्ज संकट मोचन ईश्वर दयाल दुबे, इंस्पेक्टर लंका भारत भूषण तिवारी सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को हल्की चोटे आईं। पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए पहले आंसू गैस के गोले दागे फिर लाठियां चटकाई। जिसमें प्रदर्शन कर रहे करीब एक दर्जन लोग घायल हैं जिन्हें प्रशासन ने एम्बुलेंस से बीएचयू ट्रॉमा सेंटर भेजा। जहां उनका इलाज चल रहा है। सूचना पाते ही मौके पर एडीजी जोन वाराणसी बृज भूषण पहुंचे और सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने, घायलों के इलाज कराने और फ़ोर्स तैनात करने के निर्देश दिए।



...बहकावे में कैसे आये बच्चे 
सीएम से लगायत डीएम और आला अफसरों के अपील के बावजूद सवाल यह उठता है कि बच्चे बहकावे में कैसे आये? शुक्रवार की सुबह 11 बजते-बजते डीएम के आदेश पर इंटरनेट सेवा भी पूरी तरह ठप कर दी गई। पुलिस सूत्रों की माने तो जुमे की नमाज के बाद यह जुलूस के रूप में तख्तियां लेकर क्षेत्र में घूमने लगे। सूचना मिलते ही बजरडीहा चौकी इंचार्ज मयफोर्स उन्हें शांति कायम रखने की अपील करते रहे। लेकिन 3 बजते-बजते एनआरसी और सीएए का विरोध करते हुए हुजूम की संख्या सैकड़ों पार पहुंच गई। एहतियातन आरएफ और क्यूआरटी टीम भी बुला ली गई। इस भीड़ में 80 फीसदी नवयुवक ही शामिल रहे। कुछ तो नाबालिग भी थे। 




क्षेत्र छावनी में तब्दील


लाठीचार्ज के बाद घटनास्थल पर खून के धब्बे और लोगों की चप्पलें बिखरी दिखी। शाम की नमाज अदा होने से पहले पुलिस ने अनाउंस कराकर लोगों को ईलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। वहीं एहतियातन महिला और पुरुष पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। क्षेत्र पूरी तरह से छावनी में तब्दील है। 


मदनपुरा और आदमपुर में भी प्रदर्शन
सीएए और एनआरसी के विरोध में आदमपुर और मदनपुरा में भी विरोध प्रदर्शन किया गया। मदनपुरा में लोगों ने जुलूस निकालने की कोशिश की लेकिन सूचना मिलने पर प्रशासन ने पहुंच कर उन्हें समझा बुझाकर शांत कराया। उधर आदमपुर के दस मस्जिद में दो दर्जन के करीब लोगों ने काली पट्टी बांधकर नमाज अदा कि। ईदगाह अन्साराबाद पर आदमपुर इंस्पेक्टर सतीश सिंह को लोगों ने ज्ञापन सौंपा।


 


"प्रदर्शन सुनियोजित तरीके से की गई है। प्रशासन के साथ मीडिया कर्मियों ने भी समझाने की कोशिश की मगर भीड़ हिंसक हो गई। जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा है। हालात सामान्य हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। प्रदर्शन कि वीडियोग्राफी कराई गई है। चिन्हित कर सबके विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया जाएगा।" - डीएम कौशल राज शर्मा