Intelligence system failed, the appeal of the police did not have any effect

खुफिया तंत्र फेल, पुलिस की अपील का नहीं हुआ असर



वाराणसी। शहर में पुलिस प्रशासन की तमाम अपीलों और धारा 144 लागू होने के बावजूद नागरिकता कानून के खिलाफ जगह-जगह होता प्रदर्शन पुलिस प्रशासन के आदेशों का मख़ौल उड़ाता नजर आया। वाराणसी पुलिस की सूचना और खुफिया तंत्र उस समय फेल गई, जब वामपंथियों और राजनीतिक संगठनों के आह्वान पर दालमंडी, नई सड़क, बेनिया बाग, सराय हड़हा इत्यादि क्षेत्रो की दुकान बंद हुई और जनता सड़को पर विरोध करने के लिए उतर आई । जिसे देखते हुए पूरे क्षेत्र में भारी पुलिस बल की तैनात रही। डीएम , एसएसपी और एसपी सीटी समेत ज़िले के सभी वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। 
प्राप्त सूचनाओं के अनुसार बुधवार की सुबह से ही स्थानीय और नगर पुलिस ने क्षेत्र की जनता से अपील कर क्षेत्र में शांति बनाये रखने को कहा। इस दौरान कार्यक्रमो को निरस्त किया गया और इसकी सूचना भी प्रसारित और प्रचलित की गई ।



हर दिन की तरह गुरुवार को भी दालमंडी व आसपास के क्षेत्रों की दुकानें खुली मगर कारोबार शून्य ही रहा। देखते ही देखते अचानक दुकाने बन्द होना शुरू हो गई। दुकानों के बंदी की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस के हाथ पांव फूलने लगे। जनता सड़को पर आ गई। छोटी-छोटी टोलिया बना कर विरोध प्रदर्शन करते हुए शासन और प्रशासन विरोधी नारे लगने शुरू हो गए। पुलिस ने इस विरोध को शांत करने के लिये लाठियां भी चटकाई। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रही। बिना नेतृत्व वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन सतर्क है।