Doctors brainstorm on diabetes and heart disease in workshop

कार्यशाला में चिकित्सकों ने मधुमेह और हृदय रोग पर किया मंथन



कहा डाइबटीज और हृदय रोग एक-दूसरे के है पूरक...




वाराणसी। मधुमेह में पैरों का देखभाल महत्तवपूर्ण है। हर मरीज को अपने पैरों की देखभाल करनी चाहिए और नियमित व्यायाम एवं खानपान पर ध्यान देना डायबटीज मरीजों के लिए जरूरी है। डायबटीज एक ऐसी बीमारी है जो अपने साथ एक दर्जन से ज्यादा बीमारियों को साथ ले आती है। बिगड़ती दिनचर्या और खान-पान पर ध्यान ना देने की वजह से मधुमेह रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है जो चिंता का विषय है। उक्त बातें डॉ आशुतोष मिश्र ने आईएमए बिल्डिंग में आयोजित  कार्डयाबकान सोसाइटी, पैनेसिया हॉस्पिटल एवं पैनेसिया अंतर्विभागीय शोध संस्थान के तत्वाधान में मधुमेह एवं हृदय रोग के जटिलता एवं तकनीकी सामंजस्य की कार्यशाला में कहीं।



इस मौके पर डॉ पल्लवी मिश्रा ने डायबिटिक एवं हृदय रोग पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं यदि किसी को मधुमेह की शिकायत होती है तो हृदय संबंधी बीमारियां होने की संभावनाएं प्रबल होती है। इसके लिए जरुरी है कि मधुमेह बीमारी को गम्भीरता से ले और उपचार में लापरवाही कतई न करें। आजकल अल्प आयु में भी डाइबटीज की शिकायत आने लगी है जो खतरनाक है।


 इस कार्यशाला में डॉक्टर जसजीत, डॉ रविकांत, डॉ भास्कर गांगुली, डॉ छवि कोहली, डॉ नम्रता दीक्षित सहित देश के जाने-माने चिकित्सकों एवं छात्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से आनंद कुमार मौर्य, डॉ विनीत मिश्रा, डॉ अभिजीत चटर्जी, ड़ॉ प्रमीला कालरा, ड़ॉ रितेश गुप्ता, ड़ॉ. मनीषा सिंह व ड़ॉ. एसपी सिंह प्रमुख रुप से शामिल रहे।