DM had to give orders in case of molestation and dowry harassment ...

लापरवाही: महिलाओं की शिकायत भी डीएम-एसएसपी के आदेश पर दर्ज करती है भेलुपुर पुलिस



छेड़खानी और दहेज उत्पीड़न के मामले में डीएम को देना पड़ा आदेश...



 


वाराणसी/भदैनी मिरर। देश में महिला उत्पीड़न रोकने के लिए भले ही कड़े से कड़े कानून बना दिए जाए मगर पुलिस उस दावे की पहले ही पायदान पर दम निकाल देती है। ऐसी ही बानगी शुक्रवार को तब देखने को मिली जब डीएम दफ्तर से रपट लिखने का आदेश आया। लगातार सेलिब्रेटी के साथ फोटो खिंचवाने में व्यस्त भेलूपुर पुलिस के चौखट पर अपनी फरियाद लेकर दौड़ती रही मगर जब वह हार गई तो डीएम कौशल राज शर्मा के पास पहुंची और आपबीती सुनाई। महिला की शिकायत पर भेलूपुर पुलिस के होश फख्ता हुए और मुकदमा दर्ज हुआ।  


मामला सरायनंदन इलाके से जुड़ा है। छेड़खानी और दहेज उत्पीड़न की पीड़िता कई बार भेलूपुर पुलिस से गुहार लगाई लेकिन टालमटोल रवैया से खिन्न होकर डीएम से मिली और बताया कि उनकी शादी निजी कम्पनी में कार्यरत सरायनंदन निवासी वीरेंद्र से हुई थी। शादी के बाद से ही ससुराल के लोग एक लाख रुपये की मांग को लेकर प्रताड़ित कर रहे है। पति ने विरोध किया तो उनकी अनुपस्थिति में मारपीट शुरु कर दी। दो महीने पहले जेठ सुनील कुमार और ममिया श्वसुर प्रदीप कुमार ने हद पार करते हुए उसकी इज्जत लूटने की कोशिश की और कपड़े फाड़ दिए। इसकी शिकायत जब सास आशा देवी व जेठानी सीमा देवी से की तो उन्होंने पिटाई शुरु कर दी। पड़ोसियों ने बीच बचाव कर हम सबको बचाया। डीएम के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया। 


बताते चले कि पिछले दिनों छेड़खानी और घर में घुसकर इज्जत लूटने की कोशिश में एसएसपी के हस्तक्षेप पर भेलूपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। गौर करने वाली बात है कि यदि जब देश में महिला सुरक्षा की बात हो रही उस वक्त थानों और बीट प्रभारियों का यह हाल कहा तक उचित है..?