No objection to online media introduction: Yashwant Singh
ऑनलाइन मीडिया परिचय की मोहताज नहीं : यशवंत सिंह

 

घरों में तेजी से पैठ बना रहा सोशल मीडिया, आर्थिक संकट में पड़ सकते हैं अखबार


 

वाराणसी। ऑनलाइन यानी डिजिटल मीडिया आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है। जब भी हमें तुरन्त किसी खास खबर या समाचार के अपडेट की जरूरत पड़ती है हम तुरन्त अपने स्मार्ट फोन या लैपटॉप, डेस्कटॉप से नेट पर सर्च कर जानकारी हासिल करते हैं। विकल्प सम्वाद माध्यम के तौर पर उभरा ऑनलाइन इंटरनेट के माध्यम से दुनिया के इस कोने से उस कोने तक घरों के भीतर तक पैठ बना चुका है। शुक्रवार की शाम गुवाहाटी प्रेस क्लब में पत्रकारों से कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वरिष्ठ पत्रकार यशवंत सिंह ने देश के अनेक मीडिया समूहों पर तीखे हमले किये।

यशवंत सिंह ने कहा कि ज्यादातर सम्वाद माध्यम और न्यूज चैनल व्यापक जनहित को तिलांजलि दे चुके हैं। वे अपने मुनाफे के लिए काम करते हैं। उन्होंने दावा किया कि मुख्यधारा के कई सम्वाद माध्यम एक पक्षीय और बहुधा पक्षपात पूर्ण समाचार प्रस्तुत करते हैं। इससे समाज का अहित ज्यादा होता है।

 

श्री सिंह के मुताबिक इसलिए देश के अधिकांश लोगों ने अपने विचार व्यक्त करने के लिए सोशल मीडिया को माध्यम बना लिया है। वहां उन्हें अपनी बातें अपने हिसाब से रखने की स्वतंत्रता मिल जाती है। उन्होंने कहा कि अब हालात ये हो गए हैं कि मुख्यधारा के सम्वाद भी ताजा जानकारियों के लिए बहुधा ऑनलाइन मीडिया से आंकड़े लेने लगे हैं। ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिनमें कतिपय न्यूज चैनलों को एक पक्षीय खबरों को लेकर सोशल मीडिया पर सच्चाई उजागर होने के बाद माफी मांगनी पड़ी थीं।

 

यशवंत सिंह के मुताबिक इंटरनेट की सर्वव्यापकता ने इस समय अखबारों और न्यूज चैनलों को भी ऑनलाइन माध्यम पर निर्भर कर दिया है। हमारे देश में अभी भी अखबारों के पाठकों की बहुत बड़ी संख्या है। लेकिन अखबारों के सामने बढ़ते जाते आर्थिक संकट के चलते आने वाले समय में वे संकट में पड़ सकते हैं। उन्होंने कहा की वर्तमान में ऑनलाइन समाचार माध्यम में हर तरह की खबरें फटाफट हासिल हो जाती हैं। इसलिए ऑनलाइन मीडिया अब परिचय का मोहताज नहीं रहा। वहीं दूसरी ओर इसलिए अखबारों और न्यूज चैनलों के सामने और अधिक निष्पक्ष होने की चुनौती आ गई है।